Friday, December 21, 2012

कामना है

रंग देखे हज़ारों संसार में पर,
इक  नयी दुनिया बनाऊँ, कामना है।

सामाजिक बन्धनों में हूँ बंधा पर,
कुछ क्रांतिकारी बदलाव लाऊँ, कामना है। 

सदियों पुराने ढांचे में हूँ ढला पर,
इसी जनम में फिर नया जन्म लूँ मैं, कामना है।

माँ बाप को बेहद रुलाया हर मोड़ पर,
पर उन्हें मुस्कान की दावत खिलाऊँ, कामना है।

रूह को कत्ल मैंने किया है कई बार पर,
किसी की जिंदगी रौशन बनाऊं, कामना है।

ग़ैरों से लाखों मुलाकातें करी पर,
खुद से खुद का परिचय कराऊँ, कामना है।



------ ---- राजेश मीणा 'बुजेटा'

3 comments:

  1. kamna hai, har kamna ho poori
    de sakun thodi si khushi
    kya hua jo hai choti zindagi
    ban chaya sab ko dun rahat
    ho na mujhse koi ahat
    sabko ho mujhse chahat
    ashish badon ka mile mujhe
    jee bhar pyar dun unhe
    bas choti si zindagi me kar jaun ye
    ALL THE BEST

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